The blissful festival of Deepawali is an occasion to fill our mind, body and soul with the blessings for knowledge, strength, wealth and divinity. The perfect way to adore Mata Lakshmi is by singing her prayers which is mentioned below.
लक्ष्मी जी की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता || तुमको निशदिन सेवत, हर विष्णु विधाता!!
ॐ जय लक्ष्मी माता..
उमा, रमा, ब्रह्मणि, तुम ही जग माता || मैया तुम ही जग माता || सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
दुर्गा रूपा निरंजनी, सुख सम्पति दाता || मैया सुख सम्पति दाता || जो कोई तुमको ध्यावत, रिद्धि सिद्धि धन पाता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
तुम पाताल निवासनी, तुम ही शुभ दाता || मैया तुम ही शुभ दाता || कर्म प्रभाव प्रकाशनी, भवनिधि की त्राता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
जिस घर में तुम रहती, सब सदगुण आता || मैया सब सदगुण आता || सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता || मैया वस्त्र न हो पाता || खान पान का वैभव, सब तुमसे आता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
शुभ गुण मंदिर सुन्दर , क्षीरोदधि जाता || मैया क्षीरोदधि जाता || रत्ना चतुर्दशा तुम बिन, कोई नहीं पाता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
महा लक्ष्मी जी की आरती, जो कोई जन गाता || मैया जो कोई जन गाता || उर आनंद समाता, पाप उतर जाता !! ॐ जय लक्ष्मी माता..
The audio of the prayer along with English lyrics by Anuradha Paudwal: http://www.youtube.com/watch?v=SyqgAt-T0iQ