**नमामि गंगे तब पाद पंकजं सुरारसुरैर्वन्दित दिव्यरूपम्।
भुक्तिंच मुक्तिञ्च ददासि नित्यं भावानुसरेण सदा नराणाम्||**
आपको एवं आपके सम्पूर्ण परिवार को पतित पावनि, कलिमल हारिनि माँ भगवती गँगे की प्राकट्योत्सव गँगादशहरा की बहुत बहुत शुभकामनायें।
हर एवं हरी का द्वार हरिद्वार
से गंगा घर घर पहुंचे।🙏👏
गंगा दशहरा की आप सभी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं!!!💐🌺🌿🌹🌊आज ही के दिन 🙏मां गंगा🙏का पृथ्वी पर अवतरण हुआ था..!!!
हर हर गंगे||